"प्रबोधन भारत" के बारे में जानकारी :-
"प्रबोधन भारत" का यह विश्वास है कि समाज  के आखिरी छोर पर खड़े  व्यक्ति की भी एक समझ है, एक राय है  जिसे सुना और समझा जाना चाहिए-

एवं पारदर्शिता और जवाबदेही  किसी भी शासन एवं प्रशासन की प्रथम और नैतिक जिम्मेदारी होनी चाहिए I

हम एक गैर लाभकारी संस्था (NGO) हैं I

हमारी यात्रा की शुरुआत एक अत्यन्त ही साधारण परन्तु  महत्वपूर्ण सवाल से हुई :- एक आम व्यक्ति कर भी क्या सकता है?

स्थापना की कहानी :- कुछ दोस्त जो अब संस्था के संस्थापक भी है, बैठ कर ऊपर दिए गये सवाल पर चर्चा कर रहे थे जो कि हर बार की तरह सामाजिक एकता में कमी , बॅंटी हुयी राय और उपलब्धता के सवाल पर पहुंच कर रुक जाती थी I

आज-कल की दौड़ धूप और सोशल मीडिया की दुनिया में समाज, यहाँ तक की परिवार भी बॅंट चुका है I

सोशल मीडिया और AI की चकाचौंध की दुनिया में - हम क्या सोचेंगे, क्या बहस करेंगे और किस बात का क्या मतलब निकालेंगे यह भी कोई कहीं दूर बैठ कर तय करता है I

ऐसे कठिन समय में सभी को सहमत कर एक बैनर के नीचे ला कर काम करना असंभव सा प्रतीत हुआ I

लेकिन इसका मतलब यह बिल्कुल भी नहीं है कि - हमारे अंदर का बुध्दिजीवी इंसान मर गया है या हमारे अंदर महान् भारत के महान् संस्कार अब नहीं रहे –

“हमें सब समझ आता है, कुछ करना भी चाहते है परन्तु असमर्थ है”

जरुरत है सही मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की
एक निष्कर्ष की और सामूहिक ऊंची आवाज की 
जिस से आंखें मूंदना संभव नहीं हो I

हमारे पास एक बहुत उत्कृष्ट संविधान, सुन्दर व्यवस्था और सबसे महत्वपूर्ण भारतभूमि के संस्कार उपलब्ध हैं परन्तु हमें उन शक्तियों का एहसास तक नहीं है I

या दूसरा पहलू यह भी है जब साधारण व्यक्ति सवाल पूछने लगेगा और जवाब देने की मज़बूरी होगी तो व्यक्तिगत हित कैसे पूरे होंगे?

हमारा लक्ष्य यह है कि हम प्रबोधन भारत के तौर पे प्रत्येक व्यक्ति को पावन श्रीरामचरितमानस की दो चौपायी कहना चाहते है:-
||चौपाई||
कहइ रीछपति सुनु हनुमाना। का चुप साधि रहेहु बलवाना I
पवन तनय बल पवन समाना। बुधि बिबेक बिग्यान निधाना II
कवन सो काज कठिन जग माहि जो नहीं होइ तात तुम पहि I

भावार्थ
जामवंत जी ने श्री हनुमान जी से कहा- हे हनुमान्‌! हे बलवान्‌! सुनो, तुमने यह क्या चुप साध रखी है? तुम पवन के पुत्र हो और बल में पवन के समान हो। तुम बुद्धि-विवेक और विज्ञान की खान हो I
संसार का ऐसा कौन सा कार्य हैं जो आपके लिए असंभव हो।

हमारा तरीका :- हमारा तरीका जो हमें सबसे अलग और अनोखा बनाता है वह है हमारा एंड्राइड मोबाइल एप्लीकेशन और वेबसाइट
हमने वेबसाइट को उपयोग के लिए इतना आसान बनाया है कि कोई भी व्यक्ति अपना योगदान बस 3 क्लिक में कर सकताहै I

अब शक्ति आपकी अंगुलियों में है

अन्य संस्था / दल के साथ सामूहिक शक्ति के रूप में काम करना :- हम किसी के पक्ष में नहीं है- किसी के खिलाफ नहीं है- हम सही के साथ है I

हमारी सोच और हमारा तरीका किसी के सामने या खिलाफ खड़े होने की नहीं अपितु सहयोग करने का है I

हम सब से मिलेंगे, बात करेंगे और कोशिश करेंगे कि कैसे एक साथ मिलकर सकारात्मक कार्य कर सकें I


प्रबोधनभारत की तरफ से पारदर्शिता और जिम्मेदारियाॅं :- हमारी जिम्मेदारी सिर्फ आवाजों को सशक्त रूप में फैलाने / पहुंचाने तक सीमित नहीं है 

हम प्रत्येक मुद्दे के निराकरण एवं जवाबदेही के लिए हरसंभव न्याय संगत /तर्क संगत / संविधान संगत प्रयास करेंगे I


मीडिया का सहयोग :-हमारे प्रयासों की पहुंच अधिकतम हो इसके  लिए हम विभिन्न मीडिया हाउस और सोशल मीडिया के अच्छी छवि वाले महत्वपूर्ण व्यक्तियों से सहयोग सुनिश्चित करेंगे I

हमारे साथ जुड़ कर प्रयास को शक्ति प्रदान करने का निवेदन :-
हम एक खुला निमंत्रण प्रेषित करते हैं कृपया हमारे साथ जुड़ें और हमारे और आपके प्रयासों को सशक्त कीजिये- चाहे आप एक व्यक्ति है या आप संस्था है यह मेरे, आपके और समाज के लिए बनाया गया एक मंच है

प्रबोधन भारत में आपका स्वागत है
जहाॅं संगठित आवाज और संगठित प्रयास आपके सहयोग से  सकारात्मक परिवर्तन लायेगें I यहाँ आम जागरूक व्यक्ति एक अच्छे शासन और प्रशासन का निर्माता है 

 

About Prabodhan India: Empowering Voices, Driving Change

 

At Prabodhan India, we believe that every individual has the power to shape their society and influence positive change. We are a dynamic nonprofit organization founded on the principles of democratic engagement and community-driven advocacy. 

Our journey began with a simple yet profound question: What can the common man do ? 


Prabodhan India stands as a testament to the profound impact that collective voices can have on society. We are not merely an organization; we are a catalyst for transformation, driven by the belief that every individual possesses the potential to inspire change.

 

Our Story: Prabodhan India was born from a conversation between founders and a idea of civic engagement. Fueled by a passion for making governance and administration more responsive and inclusive, they envisioned an organization that could harness the collective strength of everyday citizens to amplify their voices and concerns.

 

Our Mission: At the heart of Prabodhan India is a commitment to giving voice to the voiceless. Our mission is to empower individuals and communities to engage with the democratic process effectively. We believe in a society where everyone's concerns are heard, acknowledged, and acted upon.

 

Our Innovative Path: What sets us apart is our innovative advocacy approach. We have developed an intuitive application and a web platform that put advocacy at your fingertips. With these tools, individuals can seamlessly join our initiatives, send voices to decision-makers, and become architects of change with a simple click.


Community Engagement: Prabodhan India thrives on community engagement. We actively collaborate with like-minded organizations, form partnerships, and engage in grassroots outreach. By joining forces with others who share our passion for change, we multiply our impact and strengthen our advocacy efforts.


Transparency and Accountability: Our advocacy isn't just about sending voices; it's about promoting transparency and holding authorities accountable. By encouraging ethical and responsible governance, we aim to foster a sense of duty among decision-makers to address the concerns raised by the common man.


Media Amplification: To ensure that every advocacy effort reaches its fullest potential, we engage with media houses, opposition parties, and influential social media figures. We magnify our message and increase the chances of widespread media coverage and public discussion.

Get Involved: We extend an open invitation to all who share our vision for a more just and equitable society. Getting involved with Prabodhan India is simple. Join our campaigns, lend your voice to the collective advocacy, and help society, drive positive change. Your participation, whether as an individual, an organization, or a concerned citizen, is invaluable.

 

Empower your and our voice with Prabodhan India and be a catalyst for positive change.

 

In conclusion, Prabodhan India is not just an organization; it's a movement driven by a collective vision of a better, more inclusive future. Join us on this journey to empower voices, drive change, and make a lasting impact on society. Together, we are the advocates, the innovators, and the driving force behind positive transformation. Stand with us and be a part of something greater than yourself. Together, we can create a brighter future for all.